Maajeevandayini

हस्तिनापुर एक ऐसा ऐतिहासिक स्थल है, जिसे संपूर्ण विश्व जानता है। यह एक ऐसा धर्म क्षेत्र है जहां पांडवों ने धर्म के उत्थान हेतु शस्त्र उठाया। यह श्री कृष्णा कि भी वह कर्म भूमि है जहां से उन्होंने धर्म स्थापना हेतु महाभारत का बिगुल बजाया और संपूर्ण विश्व को गीता जैसे महान सिद्धांत को प्रतिपादित कर निष्काम कर्म का पाठ पढ़ाया l ऐसी ही पवित्र भूमि पर एक चिकित्सालय का निर्माण होने जा रहा है जिसमें चरक,सुश्रुत,धनवंतरी एवं वाग्भट, जैसे अनेक महान चिकित्सकों तथा शल्य विशेषज्ञों ने अनुसंधान द्वारा रोगों पर विजय पाने वाले मुख्य रूप से आयुर्वेद चिकित्सा को तथा वेदों द्वारा दिए गए ज्ञान, अष्टांग योग तथा श्री कृष्ण द्वारा योग की महिमामंडन से शारीरिक आत्मिक व सर्वांगीण विकास होने के कारण योग चिकित्सा को तथा पंचतत्व से प्राकृतिक चिकित्सा के साथ ही होम्योपैथी चिकित्सा एवं त्वरित उपचार हेतु एलोपैथ चिकित्सा को भी किंचित स्थान दिया गया है।

मां जीवनदायिनी आयुर्वेद की स्थापना का मुख्य उद्देश्य चिकित्सा के क्षेत्र में अपनी चरम सीमा पर फैले भ्रष्टाचार को रोकने की एक छोटी सी पहल है, जिसका प्रत्यक्ष व ज्वलंत प्रमाण आपने कोरोना काल में देखा ही होगा।

इस भ्रष्टाचार ने धन अभाव में किसी की भूमि, किसी का घर, किसी के प्रियजनों, को सदा सदा के लिए उनसे छीन लिया।

एक सामान्य व्यक्ति के लिए महंगे जांच, महंगी दवा, एवं समुचित उपचार के अभाव में तड़प तड़प कर मृत्यु के आगोश में जाने के सिवाय कोई अन्य विकल्प नहीं होता ।

अतः इस दुखद अंत के समापन हेतु मां जीवनदायिनी अपने असहाय व सामान्य जन हेतु मां के प्रेम से परिपूर्ण एक सरल, सुगम, सस्ती व बिना भेदभाव के चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने हेतु प्रतिबद्ध है।

जनता के इस दर्द से व्यथित होकर 21 वर्षों से अपने जीवन को समाज सेवा में आहूत करने वाली रश्मि आर्या ने लोगों को यह आश्वासन दिया कि आज से आपका दु:ख मेरा दु:ख है अतः आप लोगों के दुख के निवारण हेतु मैं यह संकल्प लेती हूं कि जब तक चिकित्सालय का निर्माण नहीं हो जाता तब तक मैं अन्न तथा अन्न से बनी हुई किसी भी वस्तु का सेवन नहीं करूंगी। अतः पांच वर्षो से इस हेतु रश्मि आर्या ज़ी व उनकी टीम संघर्षरत है।

बड़े ही हर्ष का विषय हैं कि आप सभी कें सहयोग से चिकित्सा हेतु भूमि मिल गयी हैं॰॰॰॰॰ जिसका भूमि पूजन 02 एप्रिल रविवार 2023 को होना निश्चित हुआ हैं॰॰॰॰॰ जिसमे आप सभी सादर आमंत्रित हैं॰॰॰॰

अतः आपसे सनम्र निवेदन है कि आप हमारे द्वारा किए गए समस्त कार्यों का निरीक्षण करने के पश्चात हमसे जुड़ कर इस महान व पवित्र कार्य में सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। आपकी अति कृपा होगी।